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जानिए NFT के बारे में और इससे कैसे कर सकते हैं मोटी कमाई? I Prelims 2022 Topic

How to earn from NFT full information

जानिए NFT के बारे में और इससे कैसे कर सकते हैं मोटी कमाई?

Non Fungible Tokens

Hello aspirants,

Topic NFT :आशा है आप सभी 5 जून 2022 को आयोजित होने वाली संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवाएँ (प्रारंम्भिक) परीक्षा 2022 (UPSC Civil Services (Prelims) 2022) की तैयारी जोर-शोर से कर रहे हैं।

Aspirants, आज के ब्लॉग में हम NFT की बात करने वाले हैं। इस post में आप सभी को NFT से सम्बंधित  निम्नलिखित जानकारी सिर्फ हिंदी में मिलेगी। यदि आप bitcoins के बारे में मूलभूत जानकारी नहीं रखते हैं तो कृपया आगे पढ़ने से पहले इस लेख को जरूर पढ़ें क्योंकि NFT की आधारभूत समझ को विकसित करने के लिए Bitcoins या Blockchain तकनीक के बारे में जानकारी होना अति महत्वपूर्ण है।    

  1. NFT क्या होती है?
  2. NFT आजकल चर्चा में क्यूँ बनी हुई है? 
  3. कोई भारतीय नागरिक किस तरह से अपनी NFT बना सकता है?
  4. NFT किन websites पर बनाई जाती है? 
  5. कोई भी भारतीय नागरिक किस तरह से NFT की खरीद-फ़रोख़्त (trading) कर सकता है?
  6. NFT और cryptocurrency में क्या अंतर होता है?
  7. क्या नकली NFT (Fake NFT) होना संभव है?
  8. क्या NFT से कॉपीराइट के मुद्दे हल हो सकते हैं?
  9. विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध NFT कौन-कौन सी हैं?
  10. क्या NFT निवेश के लिए उपयुक्त माध्यम हैं?  
जानिए NFT के बारे में और इससे कैसे कर सकते हैं मोटी कमाई? I Prelims 2022 Topic

जानिए NFT के बारे में और इससे कैसे कर सकते हैं मोटी कमाई? I Prelims 2022 Topic

प्र. 1. NFT क्या होती है? (What is a NFT token?)

उ. NFT को आसानी से समझने के लिए इस उदाहरण को समझते हैं – जैसे कहा जाता है कि सम्पूर्ण विश्व में एक जैसे व्यवहार, शक्ल-सूरत, वाले दो व्यक्ति होना असंभव है। यहाँ तक कि अगर कोई दो जुड़वाँ व्यक्ति हैं तो चेहरे सामान हो सकते हैं लेकिन उनके आचार-व्यवहार तो एक जैसे कभी भी नहीं हो सकते हैं। कहने का आशय ये है कि किसी एक इंसान की एक ही प्रति होती है।

अब जैसे मोनालिसा के चित्र की बात करें तो ये फ्रांस के लूवरे (Louvre) नामक संग्रहालय में रखा हुआ है और सभी व्यक्ति जानते हैं की लियोनार्डो द विंसी (Leonardo da Vinci) ने वो तस्वीर बनाई थी। उसकी दूसरी प्रति आजतक नहीं बनी है और ना ही बनेगी। लेकिन अगर यही फ़ोटो इंटरनेट पर प्रस्तुत की जाए तो ये संभव की उसको किसी इंटरनेट उपभोक्ता द्वारा चुरा कर या उसकी प्रतिलिपि बनाकर बिक्री की जा सकती है, और असली चित्रकार लाभ से वंचित रह जाता है।   

इस तरह NFT का पूरा नाम Non-Fungible Token है। ये एक ऐसी व्यवस्था है जो किसी वस्तु-विशेष (इंटरनेट पर उपलब्ध कोई भी डिजिटल चित्र, संगीत, संक्षिप्त वीडियो (GIF,) या किसी फ़िल्म का फ़ोटो, या फिर किसी विशिष्ट महत्व के वस्तुओं की फ़ोटो) की इंटरनेट पर पहचान सुनिश्चित करता है, उनकी पायरेसी या चोरी होने से रोकता है। पहचान सुनिश्चित करना अर्थात किसी वो वस्तु विशेष जिस उपभोक्ता ने बनाई है या स्वामित्व में है, उसके स्वामित्व की पृष्टि करता है। और ये पृष्टि दिए गए टोकन के द्वारा होती है।

इस पहचान सुनिश्चित करने के लिए ब्लॉकचेन तकनीक का प्रयोग किया जाता है। जैसे ही किसी चित्र इत्यादि की ब्लॉकचेन तकनीक द्वारा NFT में परिवर्तित (convert) कर दिया जाता है तो उस चित्र के स्वामी (Owner) को ब्लॉकचेन तकनीक की सहायता से स्वामित का प्रमाण (proof of ownership) या टोकन दिया जाता है। और इन टोकन की सहायता से ही किसी भी वस्तु विशेष की किसी दूसरी वस्तु विशेष से पहचान को बदल पाना बिल्कुल असंभव हो जाता है, और इसी प्रक्रिया का ही नाम है NFT (Non Fungible Token) इनको डिजिटल परिसम्पत्तियाँ (digital assets) भी कहा जाता है। जो व्यक्ति इनका सृजन (create) करते हैं यदि वो इसको बिक्री भी कर दें, तो उसके बाद भी जितने उपभोक्ता इस NFT की बिक्री करते हैं उन सभी से अनुबंधानुसार कुछ % रॉयल्टी (Royalty) मूल सृजनकृता को जाती है। ये रॉयल्टी 2%, या 5%, या कुछ और भी हो सकती है। 
What is Crypto Currency ?

प्र. 2. NFT आजकल चर्चा में क्यूँ बनी हुई है? (Why are NFTs trending nowadays?)

उ.  NFT के चर्चा में बने रहने के निम्नलिखित कारण हैं:

पायरेसी से मुक्ति (Controls piracy:) किसी चित्र, Meme, photograph, संगीत, GIF, किसी game में की गई खरीदारी, या कोई खास document, इत्यादि की नकल बनने से रोकना।

खरीद फरोख्त (trading) में क्रिप्टो-कॉइन का प्रयोग होना (Use of BitCoins in trading of NFT:) NFT की खरीद फरोख्त (trading) के लिए किसी देश की मुद्रा-विशेष का उपयोग नहीं किया जाता है, अर्थात रुपया, या डॉलर उपयोग नहीं किए जाते हैं, बल्कि इसके लिए एथेरियम नामक क्रिप्टो मुद्रा से ही खरीद-फरोख्त होती है।

जन-साधारण (public) का सुगंमतापूर्वक नियंत्रण (Public has easy control:) किसी NFT पर एक देश, या कोई विशेष संस्था, या कंपनी का नियंत्रण नहीं है, बल्कि ये ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म पर विश्व भर में जन सामान्य द्वारा नियंत्रित की जाती है।

कोई व्यक्ति अगर अफ्रीका महाद्वीप के किसी देश में NFT बनाता है तो ये NFT अमेरिका या किसी इंगलैंड के किसी दूसरे नागरिक द्वारा सुलभतापूर्वक बिना किसी कानूनी प्रक्रिया से गुजरे ही खरीदी जा सकती है, और उसके बाद विश्व के दूसरे भाग में दोबारा भी बिक्री की जा सकती है – उतनी ही सुगमता के साथ।  

लेन-देन की प्रक्रिया सुरक्षित है (Transaction process is safe:) जब किसी NFT को एक बार मिंट कर दिया जाता है, या उसको संबंधित NFT बाजार(marketplace) जैसे, ओपनसी (opensea) या फिर  Rarible में बिक्री के लिए उपलब्ध (launch) करा दिया जाता है तो ये सूचना सभी कंप्यूटरों द्वारा रिकार्ड कर लिया जाता है। और यदि उसको कोई व्यक्ति या इंटरनेट उपभोक्ता उसी NFT को चुराने का प्रयास करता है तो उसे इस NFT की जानकारी सभी कंप्यूटरों से मिटानी होगी और नई जानकारी देनी होगी, और एक नेटवर्क में जब ऐसे लाखों कंप्यूटर हो तो ऐसा करना असंभव है। क्योंकि सभी कंप्यूटर ब्लॉकचेन द्वारा एक दूसरे से जुड़े होते हैं और किसी एक कंप्यूटर में गड़बड़ी सभी कंप्यूटरों में गड़बड़ी की सूचना भेज देता है।

NFT का अभिरुचिवश संग्रहण या व्यापार (कमाई) की संभावनाएँ (Collection of NFTs for Hobby or business opportunities)

NFT का संग्रहण किसी की hobby भी है, तो किसी व्यक्ति के लिए व्यापार भी। Hobby के चलते कोई भी व्यक्ति किसी खास तरह की NFT का संग्रह करते हैं, ठीक उसी तरह जैसे पहले प्रसिद्ध चित्रकारों की paintings को खरीद कर घर में लगाया जाता है। लेकिन कुछ व्यक्ति ऐसे भी होते हैं जो इन NFTs का संग्रहण तो करते हैं लेकिन जैसे ही इन पर मिलने वाली कीमत बढ़ जाती है, या ज्यादा मिलती है तो वो उनकी बिक्री कर देते हैं। इस प्रकार ये जन साधारण को व्यापार का अवसर या द्बितीय आय का अवसर भी उपलब्ध करता है।  

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प्र. 3.  NFT किन websites पर बनाई जाती है? (On which websites do we mint NFTs?)

उ. NFT को बनाने के लिए निम्नलिखित web sites पर visit किया जा सकता है।

 

प्र. 4. कोई भारतीय नागरिक कैसे अपनी NFT बना सकता है?

उ. NFT को बनाने के लिए निम्नलिखित steps को फॉलो कीजिये। — 

कोई विशेष महत्व और सबसे अलग दिखने वाली वस्तु-विशेष का प्रबंध करो – सबसे पहले आपके पास कोई कलाकृति डिजिटल फॉर्मेट में होना चाहिए – जैसे कि JPG, PNG, GIF इत्यादि , चल चित्र (video,) छायाचित्र (photo,) या फिर कोई सी ऐसी वस्तु जिसकी कोई ना कोई खास बात है या वो सबसे अलग है। 

बाजार (market place) को चुनो – इसके बाद उपभोक्ता को ऊपर दिए गए प्रश्न में बताई गई किसी एक website (market place) पर जाना है। इन market place को चुनने के लिए भी उपभोक्ता को पहले research कर लेना चाहिए। और हर एक website इनकी बिक्री होने पर कुछ प्रतिशत (%) क्रिप्टो मुद्रा (जैसे कि एथेरियम, या बिटकोइन) फीस के रूप में वसूलती है। 

बिटकॉइन या इथेरियम वालेट का प्रबंध करो – इसके बाद का जो चरण है उसमे एक उपभोक्ता को bitcoin wallet को लिंक करने को बोल जाता है। अगर आपके पास वालेट है तब तो सही है अन्यथा Metamask की website पर जाइए और जल्दी से एक नया वालेट बना लीजिए। 

वालेट को marketplace से link करना – इतना करने के बाद आप जल्दी से OpenSea की website पर जाते हैं और यहाँ पर अगर account नहीं बना है तो बना लेते हैं। 

डिजिटल asset को add या create करना –  यहाँ पर हमें जो भी डिजिटल ऐसेट को NFT बदलना चाहते हैं उसको बना लेते हैं, उसके बाद हमे ब्लॉक चेन को select कर लेते हैं। ब्लॉक चेन सॉफ्टवेयर को install नहीं करना होता है, बल्कि ये पहले से ही open sea पर available है। अगर किसी user को सिर्फ experiment करना है तो वो polygon नाम के ब्लॉक चेन को select करे, जिससे कि आप बिना किसी गैस फीस (gas fees) के NFT सृजित कर सकें। अन्यथा एथरेयम ब्लॉक चेन पर आपको gas fees (एक किस्म की बैंकिंग fees) अदा करनी होती है। 

Sale करने के लिए विकल्प चुनिये –  यहाँ पर आप तय करते हैं की आप NFT को fixed price पर बिक्री करना चाहते हैं या नीलामी के जरिए बिक्री करना चाहते हैं। इसके बाद आपकी NFT मिंट हो चुकी हैं। और बिक्री के लिए तैयार है। 

इस NFT को जैसे ही कोई दूसरा user इस को खरीदता है, Original creator को भी royalty मिलती है।  

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प्र. 5. कोई भी भारतीय नागरिक कैसे NFT की खरीद-फ़रोख़्त (trading) कर सकता है?

उ. हाँ, कोई भी भारतीय नागरिक जो की NFT के marketplace पर है या जुड़ जाता है। वो पहले से उपलब्ध NFT को खरीद सकते हैं और उसको दोबारा से बिक्री के लिए रख सकता है। इस तरह से सभी लोगों के लिए NFT से संबंधित trading करना संभव है।   

प्र. 6. NFT और cryptocurrency में क्या अंतर होता है?

उ. इनमें अंतर ना के बराबर है। 

दोनों ही वर्चुअल डिजिटल ऐसेट की श्रेणी में मानी जाती हैं। 

दोनों की आधारभूत तकनीक ब्लॉकचेन है। 

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प्र. 7. क्या नकली NFT (Fake NFT) होना संभव है?

उ. NFT ब्लॉक चेन तकनीक पर आधारित है, और यदि वस्तु विशेष की NFT, एक से ज्यादा ब्लॉक चेन नेटवर्क/ या मार्किट प्लेस  पर मिंट (mint) की जाती है तो उसको नकल नहीं माना जा सकता है, वो तकनीकी आधार पर अलग-अलग ही हैं। अभी तक इस समस्या का समाधान उपलब्ध नहीं है। 

प्र. 8. क्या NFT से कॉपीराइट के मुद्दे हल हो सकते हैं?

उ. ब्लॉकचेन तकनीक के प्रयोग से किसी वस्तु विशेष (चित्र, या संगीत) की डिजिटल कॉपी को मिंट किया जा सकता है और कोई भी कलाकार उस पर अपना सर्वाधिकार प्रदर्शित कर सकता है। 

इस तकनीक के निम्नलिखित  अनुप्रयोग (application) हो सकते हैं जैसे – 

एक आम नागरिक अपनी संपत्ति के कागजों को NFT में बदलकर सुरक्षित कर सकता है, एक विधार्थी अपनी डिग्रियों को NFT में बदलकर सुरक्षित कर सकता है, और कोई महिला खरीदे गए “सोने की गहनों” की पावती (receipt) को NFT में बदलकर सुरक्षित रख सकती है, इन सभी से आम जन को ये लाभ होता है कि सम्पूर्ण विश्व में उनकी संपत्तियों या वस्तुओं पर उनके स्वामित्व को कोई चुनौती भी नहीं दे सकता है।

प्र. 9. विश्व भर में सर्वाधिक प्रसिद्ध NFT कौन-कौन सी हैं?

उ. माईक विंकलमैन (Mike Winkelmann)  के द्वारा बनाई गए निम्लिखित तस्वीर:  Everydays: the First 5000 Days कोलाज़ 69 मिलियन डॉलर में नीलाम हुआ। माईक विंकलमैन उर्फ़ बीपल एक डिजिटल कलाकार हैं। इनका एक दूसरा NFT क्रॉसरोडस (Crossroads) नाम की वीडियो जिसकी अवधि 1.34 सेकंडस है। ये 6.6 मिलियन डॉलर में नीलाम हुआ। 

इसके अलावा – ट्विटर (twitter) के पूर्व CEO, जैक डोरसी (Jack Dorsey) ने ट्विटर (twitter) का प्रथम ट्वीट की भी NFT बनाई गई, जिसकी लगभग 2.5 मिलियन डॉलर में बिक्री हुई। 

भारत में प्रसिद्ध अभिनेता अमिताभ बच्चन जी (Amitabh Bachchan) ने भी एक NFT Collection प्रस्तुत किया है, और उनकी इस NFT कलेक्शन पर नीलामी के पहले दिन ही 5.20 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 3.8 करोड़ रुपये) की बोलियां लगी हैं।

प्र. 10. क्या NFT निवेश के लिए उपयुक्त माध्यम हैं? भारत में NFT या अन्य वर्चुअल अससेट्स पर किसी तरह का टैक्स का प्रावधान है? 

उ.  NFT एक नया क्षेत्र है। इसमें निवेश सिर्फ उन्ही निवेशकों को करना चाहिए जो जोखिम लेने में सक्षम है। क्योंकि किसी NFT की कीमत आर्थिक इंडेक्स (economic index)पर निर्भर नहीं करते हैं बल्कि ये सीधे उस NFT महत्वता पर या माँग पर निर्भर करते हैं, जैसे युवराज सिंह (क्रिकेट खिलाड़ी) ने किसी मैच में 6 गेंदों पर लगाए गए 6 छक्कों वाली फ़िल्म (video) की NFT की महत्वता आने वाले वर्षों में अगर कम हो जाए (या Out of trend हो जाए) तो इसकी कीमत घट भी सकती है। इस प्रकार वर्तमान संग्रहकर्ता को उस NFT पर घाटा हो जाता है। 

इसके साथ-साथ किसी भी देश की सरकार ने NFT की trading के लिए नियमों में बदलाव होने की संभावना हैं। कुछ दिनों पहले तक भारत में भारत में क्रिप्टो के लिए कोई नियम नहीं थे, लेकिन अब 1अप्रैल 2022 से क्रिप्टो मुद्रा को वर्चुल डिजिटल एसेट माना जाने का प्रावधान है। 

इस वर्चुल डिजिटल एसेट को रुपये में परिवर्तन (conversion) करवाने पर लगभग 30% टैक्स और 1% TDS का प्रावधान किया गया है। कोई वर्चुल डिजिटल एसेट जब तक वालेट में संग्रहीत (stored) है उस पर किसी भी प्रकार का टैक्स संभव नहीं है। 

वर्चुअल डिजिटल एसेट्स आयकर की धारा 2 के तहत अधिनियम 47(ए) को प्रस्तावित किया गया है जो कि इन नियमों को परिभाषित करता है।

इसको इन नियमों से भी NFT की कीमतें में उतार-चढ़ाव आना तय है। इसलिए ही विशेषज्ञों की राय है की क्रिप्टो मुद्रा या वर्चुल डिजिटल एसेट में निवेश “जोखिम-क्षमता” के अनुसार ही करना चाहिए।

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