Free Content

How to improve Focus and deal with distractions while preparing for UPSC IAS Exam ?

How to improve focus and avoid distractions while preparing for upsc ias

How to improve focus आपका ये सवाल आपको UPSC IAS topper ! एक आईएएस टॉपर की सबसे खास बात होती है उसकी फोकस करने की क्षमता। शुभम कुमार, अपाला मिश्रा, अनु कुमारी इन सब की एक खासियत थी कि फोकस अच्छा करते थे इसलिए यह यूपीएससी आईएएस टॉपर बने।

इस खास एबिलिटी की वजह से एक यूपीएससी आईएएस टॉपर कम समय में ज्यादा अच्छी तरह पढ़ाई कर पाता है और ज्यादा याद रख पाता है।

यही खूबी! उसको टॉप करने में मदद करती है। सबसे अच्छी बात ये है की इस खूबी को कोई भी develop कर सकता है.

 

How to improve Focus and deal with distractions while preparing for UPSC IAS Exam ?

How to improve Focus and deal with distractions while preparing for UPSC IAS Exam ?

 

सबसे पहले जानते हैं कि फोकस करना किसको कहते हैं? फोकस करने का मतलब क्या होता है ? How to improve Focus

आपके पढ़ने में लगा हुआ ध्यान यानी कि कंसंट्रेशन (concentration) जब स्ट्रांग हो तो वह फोकस में बदल जाता है। अब बात आती है कि फोकस ना कर पाने का मतलब क्या होता है?

इसका मतलब होता है कि हम डिस्कट्रैक्ट (Distract) होते हैं।

यानी कि कंसंट्रेशन के साथ ही साथ आता है – डिस्ट्रैक्शन ! किसी भी चीज में पूरा ध्यान न लग पाना या बीच-बीच में ध्यान का बंट जाना जो की IAS topper बनने के लिए हानिकारक है .

Get Free UPSC IAS Material here

 डिस्ट्रैक्शन  … दो तरह के होते हैं। एक है एक्सटर्नल (external) यानी कि बाहरी डिस्ट्रैक्शन और इंटरनल (internal) यानी कि भीतरी डिस्ट्रैक्शन  । How to improve Focus

बाहरी  डिस्ट्रैक्शन  का मतलब है वह चीजें जो आपका ध्यान बटाती हैं जो आप के माहौल में हैं आप से बाहर है जैसे कि टीवी का चलना,फिर सोशल मीडिया ,फिर शोर या लोगों का आना जाना इत्यादि ।

इंटरनल डिस्ट्रेक्शंस का मतलब है आपके अंदर चलने वाले विचार और भावनाएं जो आपको एक जगह लग कर फोकस नहीं करने देती।

यदि देखा जाए तो एक्सटर्नल डिस्ट्रेक्शंस को डील करना आसान होता है। जबकि इंटरनल डिस्ट्रेक्शंस को डील करने के लिए हमें अपने माइंड को ट्रेन करना पड़ता है।

उदाहरण के लिए अगर टीवी बहुत तेज आवाज में चल रहा है तो आप उसको या उसकी आवाज़ को भी बंद करके उस डिस्ट्रैक्शन  को कम कर सकते हैं ,या फिर अगर आपके नज़दीक बहुत सारे लोग शोर मचा रहे हैं तो आप वहां से हट कर उस डिस्ट्रैक्शन  को कम कर सकते हैं।

लेकिन अगर आपके विचार बार-बार आपको  पास्ट (past) या फ्यूचर (Future)  में जाते हैं औरवर्तमान में फोकस नहीं करने देते तो उन विचारों पर कंट्रोल लाने के लिए आपको बहुत कुछ करना पड़ता है।

Free Coaching for UPSC IAS  

सबसे पहले एक लिस्ट बनाएं आपके माहौल में एक्सटर्नल डिस्ट्रैक्शन है या इंटरनल Distraction है या फिर दोनों ? अब जानते हैं की स्टेप बाय स्टेप ( Step by Step) इन डिस्ट्रैक्शन  से कैसे डील करेंगे?

एक्सटर्नल डिस्ट्रैक्शन  के लिए तो हमने समझा की उस चीज से हट जाने से फोकस बनने लगता है।

और आपको यह कोशिश करनी चाहिए कि जो आपका पढ़ने की जगह  है, वहां पर एक्सटर्नल डिस्ट्रैक्शन  होने की संभावनाओं को आप कम करें।

मेरा ऐसा मानना है कि सोशल मीडिया ( Social Media) सबसे बड़ा एक्सटर्नल डिस्ट्रैक्शन  है क्योंकि एक तरह से इसकी आपको आदत लग चुकी है और जब आपको एक आदत लग जाती है तो ये  एक्सटर्नल and इंटरनल distraction बन जाता है क्योंकि। आपका दिमाग मजबूर करने लगता है कि आप उस डिस्ट्रैक्शन  को समय दें जैसे कि आप व्हाट्सएप (whatsapp) या इंस्टाग्राम (Instagram)या फेसबुक (Facebook) को समय देने के लिए मजबूर महसूस करते हैं . इससे निबटने का सबसे बेहतरीन तरीका है पढ़ने के समय में आप अपने इंटरनेट बंद रखें या तो अपने फोन को उस जगह से दूर रखें।

अब बात करते हैं की इंटरनल डिस्ट्रैक्शन्स को कैसे डील करते हैं? पहले तो इसके लिए आपको अपने अपनी विचारों की ट्रेनिंग करनी होगी। यानी कि अपने मस्तिष्क को समझाना होगा कि हमें पढ़ते समय और तरह के विचारों में नहीं उलझना है |How to improve Focus

जैसे कि मान लो कल आपकी किसी दोस्त से लड़ाई हो गई थी। और आप आज तक उस चीज को अपने मन में बार-बार दोहरा कर परेशान हो रहे हैं। एक चीज को याद रखिए जो जो घटना घटित हो चुकी है, उसको हम बदल नहीं सकते, इसलिए बार-बार सोचने से कोई फायदा नहीं होगा। कभी आपने सोचा है कि आप एक ही जोक (joke) पर बार-बार तो नहीं हँसते, तो एक बात जो बुरी लगी, उसको बार-बार क्यों सोचते हैं। इसमें आप सिर्फ अपना समय नष्ट करते हैं और कुछ नहीं |

दूसरा तरीका है – अपने अवचेतन मन यानी सबकॉन्शियस माइंड (subconscious mind) को ट्रेन करना ताकि आपका फोकस बढे और आपके विचार बार-बार आपको परेशान ना करें। इसके लिए आप एफर्मेशंस( affirmations) का इस्तेमाल कर सकते हैं। बार-बार एफर्मेशंस सुनने से सबकॉन्शियस माइंड प्रोग्राम हो जाता है बेहतर फोकस के लिए।

Correct way of filling UPSC IAS Form

सबसे बड़ी चीज है कि अगर आप फोकस करना चाहते हैं जैसे कि एक आईएएस टॉपर का फोकस होता है तो पहले आप को समझना होगा कि आपके फोकस में कमी कहां है।

ऊपर बताई गई तरीकों से distractions को दूर करना होगा। इसके बाद आप पाएंगे कि आप बेहतर तरह से तैयारी कर पा रहे हैं और आपके scores भी इम्प्रूव होते जा रहे हैं।

Full Form of IAS , IPS

How I qualified UPSC IAS

 

Related Posts