सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) में प्रयासों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न: 1. सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE)के उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध प्रयासों की संख्या (श्रेणी-वार) क्या है?
उत्तर: एक उम्मीदवार को संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission (UPSC)) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (Civil Service Examination, UPSC CSE) के लिए जारी किये गए नोटिस के अनुसार परीक्षा में बैठने के लिए 6 अवसर प्रदान किए जाते हैं।
तथापि देश के सभी योग्य युवा (महिला/ पुरुष/ ट्रांसजेंडर) सामान-रूप से परीक्षा में सम्मिलित हो सकें इसलिए उन्हें निम्नलिखित श्रेणियों के आधार पर परीक्षा के बैठने की अनुमति दी जाती है।
श्रेणी | उपलब्ध अवसरों की संख्या |
सामान्य वर्ग (General) | 6 |
ई.डब्ल्यू.एस. (E.W.S.) | 6 |
पी.डब्ल्यू.बी.डी. (PWBD) (सामान्य वर्ग) | 9 |
पी.डब्ल्यू.बी.डी. (PWBD) (E.W.S.) | 9 |
पी.डब्ल्यू.बी.डी. (PWBD) (O.B.C) | 9 |
अ.पि.व. (O.B.C) | 9 |
SC/ST वर्ग | कोई सीमा नहीं |
पी.डब्ल्यू.बी.डी. (PWBD) SC/ST | कोई सीमा नहीं |
प्रश्न: 2. सिविल सेवा परीक्षा में एक ‘प्रयास’ Attempt की गणना कैसे की जाती है?
उत्तर: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC CSE) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (प्रारंभिक) परीक्षा (Civil Service (Prelims) Exam) में उम्मीदवार यदि किसी भी एक परीक्षा (paper-1 और paper-2) में उपस्थित होता है तो इसको एक प्रयास के रूप में गिना जाता है।
(I) यदि कोई उम्मीदवार वास्तव में प्रारंभिक परीक्षा में किसी एक पेपर में उपस्थित होता है। (II) उम्मीदवारी की अयोग्यता/निरस्तीकरण के बावजूद, परीक्षा में उम्मीदवार के उपस्थित होने के तथ्य को एक प्रयास के रूप में गिना जाता है।
प्रश्न: 3. एक उम्मीदवार को कैसे पता चलेगा कि सिविल सेवा परीक्षा में उसके द्वारा किए गए प्रयासों की संख्या कितनी है?
उत्तर: उम्मीदवार की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वह अपने द्वारा लिए गए प्रयासों की संख्या का रिकॉर्ड/ट्रैक रखे। प्रयासों की संख्या का ब्योरा निम्नलिखित है –
- सामान्य/ ईडब्ल्यूएस 06
- ओबीसी / पीडब्ल्यूबीडी/ 09
- एससी / एसटी के लिए असीमित।
प्रश्न: 4. आयोग द्वारा यह सत्यापित करने में क्या प्रक्रिया अपनाई जाती है कि उम्मीदवार ने सिविल सेवा में संबंधित श्रेणी में allowed प्रयासों को पार नहीं किया है?
उत्तर: वर्तमान में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) (शाहजहाँ रोड, नई दिल्ली) तकनीक के प्रयोग से सभी अभ्यर्थियों के आवेदनों का ब्योरा रखता है। सिविल सेवा परीक्षा (UPSC, CSE) में एक उम्मीदवार द्वारा प्राप्त प्रयासों की संख्या की जांच/सत्यापन इस परीक्षा के उपयुक्त चरण में आयोग के पास उपलब्ध डेटा/रिकॉर्ड से किया जाता है।
प्रश्न: 5. आवेदन पत्र में गलत जानकारी छुपाकर अनुमेय संख्या से अधिक प्रयास करने वाले उम्मीदवार के खिलाफ आयोग क्या कार्रवाई करता है?
उत्तर: यदि कोई अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा की जाँच में किसी भी प्रकार से दोषी पाया जाता है तो UPSC के पास सम्पूर्ण अधिकार हैं, कि, उसको अयोग्यता, डिबारमेंट, अनुशासनात्मक कार्रवाई, मौजूदा सिविल सेवा परीक्षा (UPSC CSE) नियमों के आपराधिक अभियोजन के तहत प्रासंगिक प्रावधानों में, ऐसे उम्मीदवार को “आयोग द्वारा दोषी घोषित किया जाता है।”
ऐसे बयान देना जो गलत या झूठे हों या महत्वपूर्ण जानकारी को छिपाना; आपराधिक अभियोजन के लिए उत्तरदायी होने के अलावा, आयोग द्वारा इन नियमों के तहत आयोजित परीक्षा से अयोग्य घोषित किया जाएगा; और/या आयोग द्वारा किसी भी परीक्षा या चयन से स्थायी रूप से या एक निर्दिष्ट अवधि के लिए वंचित किए जाने के लिए उत्तरदायी होगा।
इसलिए, इस नियम के अनुसार, ऐसे सभी मामलों में भ्रामक जानकारी प्राप्त करने के प्रयासों की संख्या पर उम्मीदवारों, आयोग उस विशेष सिविल सेवा परीक्षा के लिए उक्त गलती करने वाले उम्मीदवारों की उम्मीदवारी को रद्द कर देता है और आयोग की सभी भावी परीक्षाओं / चयनों के संबंध में उन्हें 10 साल के लिए भी वंचित कर देता है।
Aspirants, मुझे आशा है कि आपके संघ लोक सेवा आयोग द्वारा संचालित सिविल सेवा परीक्षा में बैठने के लिए मिलने वाले अवसरों के संबंध में आपको सभी जानकारी प्राप्त हुई है। हालाँकि यदि हमने अभी भी कोई प्रश्न हमसे अनुतरित रह गया है तो नीचे दिए गए comment box आप हमेशा पूछ सकते हैं। पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए धन्यवाद।
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